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राजस्थान समाचार : श्रीगंगानगर - होटल एसोसिएशन ने अवैध गतिविधियों में अनावश्यक नाम शामिल करने पर आक्रोश व्यक्त किया




श्रीगंगानगर होटल एसोसिएशन ने अवैध गतिविधियों में अनावश्यक होटल का नाम लिखकर भ्रमित करने तथा बदनाम करने पर आक्रोश व्यक्त किया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकुर मगलानी, सचिव अमित आजाद तथा कोषाध्यक्ष विनोद सचदेवा सहित समस्त पदाधिकारियों व सदस्यों ने गत दिवस गोल बाजार केदार चौक के समीप एक भवन में अवैध गतिविधियां पाये जाने पर उसे होटल दर्शाकर होटल इण्डस्ट्री को बदनाम करने की कुचेष्टा को असहनीय बताया है।


श्रीगंगानगर होटल एसोसिएशन पदाधिकारियों ने कहा कि इस भवन में हो रही अवैध गतिविधि में अनावश्यक रूप से होटल का नाम लिखा गया है, जबकि उक्त जगह पर कोई होटल नहीं है तथा ना ही होटल का बोर्ड लगा हुआ है। बल्कि उक्त भवन में एक ऑर्केस्ट्रा का बोर्ड, ट्रेडिंग फर्म का बोर्ड तथा उद्योग का बोर्ड लगा हुआ है। लेकिन इसके बावजूद आज गलत रूप से होटल लिखकर होटल इण्डस्ट्री को बदनाम किया गया है, जबकि इस घटना से किसी भी होटल का कोई सम्बन्ध नहीं है।


अध्यक्ष अंकुर मगलानी, सचिव अमित आजाद तथा कोषाध्यक्ष विनोद सचदेवा ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा होटल व्यवसाय को इण्डस्ट्री का दर्जा दिया गया है तथा सभी होटल व्यवसायी समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। होटल बाहर से आने वाले लोगों की सुविधा तथा पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए बनाए गए हैं। होटलों में किसी प्रकार की अवैध गतिविधियां नहीं होती है। लेकिन इसके बावजूद बार-बार होटलों को ही बदनाम किया जाता है तथा इन मामलों में अनावश्यक रूप से होटल का नाम शामिल किया जाता है, जो किसी भी स्थिति में उचित नहीं है।


श्रीगंगानगर होटल एसोसिएशन पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले की एसोसिएशन द्वारा जब अपने स्तर पर जाँच की गई तो पता चला कि भवन मालिक ने उक्त भवन के प्रथम तल को छात्रों को किराये पर दिया हुआ है तथा द्वितीय मंजिल को ऑर्केस्ट्रा पार्टी को किराये पर दिया हुआ है, जिसका भवन के बाहर बोर्ड भी लगा हुआ है तथा इसका किरायानामा भी भवन मालिक के पास उपलब्ध है। 


इससे स्पष्ट होता है कि इस जगह पर किसी प्रकार का होटल नहीं चलता है। लेकिन हर बार जान-बूझकर होटल इण्डस्ट्री को सोची-समझी साजिश के तहत इन अनैतिक गतिविधियों में शामिल करके बदनाम किया जाता है, जिससे होटल संचालकों की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचती है तथा समूची होटल इण्डस्ट्री बदनाम होती है। इससे समाज में गलत संदेश जाता है तथा अनावश्यक रूप से होटल का नाम शामिल करने से प्रत्येक व्यक्ति शक की नजर से देखता है।


श्रीगंगानगर होटल एसोसिएशन ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि होटल संचालक पूर्णतया नियमानुसार सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए पूर्णतया वैध तरीके से व्यवसाय कर रहे हैं तथा किसी भी अवैध गतिविधि से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है। इसलिए ऐसी घटनाओं में अनावश्यक रूप से होटल का नाम शामिल करके उन्हें बदनाम नहीं किया जाये, अन्यथा होटल संचालकों द्वारा नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। 


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