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Sri Ganganagar News : श्रीगगानगर वनवासी कल्याण परिषद ने वनवासियों को राष्ट्रोत्थान से जोड़ा



श्रीगगानगर : भारत का 32 प्रतिशत वनवासी क्षेत्र वनवासियों द्वारा संरक्षित है। सैंकड़ों वर्ष पूर्व हुए विदेशी आक्रमण एवं स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देश की आजादी के लिए वनवासियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अंग्रेजों ने विभिन्न कानूनों के माध्यम से इन्हें कमजोर किया, अत्याचार किए व दयनीय स्थिति बना दी। वनवासी कल्याण परिषद ने भारत के वनवासी क्षेत्र के 55 प्रतिशत हिस्से में अब तक स्कूल-हॉस्टल, संस्कार केन्द्र खोलकर खेलों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान बनाई है। यहाँ से डॉक्टर बनने सहित अनेक उच्च पदों पर आसीन हुए। वनवासी कल्याण परिषद ने वनवासियों को राष्ट्रोत्थान से जोड़ा। यह बात मुख्य वक्ता अखिल भारतीय ग्राम विकास केन्द्र अध्यक्ष श्रीमती राधिका लड्ढा ने प्रबुद्धजन गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कही। यह भी पढ़े….खालिस्तान देश बनाने की थी अमृतपाल की पूरी तैयारी , नक्शा-झंडा-मुद्रा और सेना के साथ क्लोज प्रोटेक्शन टीम

राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद श्रीगंगानगर द्वारा दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में आयोजित प्रबुद्धजन गोष्ठी के मुख्य अतिथि राजेश जैन अध्यक्ष अपना घर आश्रम एवं उद्योग व निर्यात रत्न से सम्मानित उद्योगपति, कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीमती शैलजा चितलांगिया संरक्षक श्री माहेश्वरी महिला सेवा समिति, विशिष्ट अतिथि धर्मवीर डुडेजा अध्यक्ष दी गंगानगर ट्रेडर्स एोसिएशन तथा मुख्य वक्ता श्रीमती राधिका लड्ढा अध्यक्ष अखिल भारतीय ग्राम विकास प्रमुख केन्द्र उदयपुर ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व पुष्प अर्पण कर गोष्ठी को प्रारम्भ किया। राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के जिलाध्यक्ष गोपाल मित्तल ने अतिथियों एवं कार्यक्रम में मौजूद सैंकड़ों गण्यमान्य व्यक्तियों का स्वागत-अभिनंदन किया। जिला उपाध्यक्ष महेन्द्र गुप्ता एडवोकेट ने श्रीगंगानगर क्षेत्र के वनवासियों के सर्वांगीण उत्थान के लिए अन्नदान एवं अन्य कार्यों का विवरण पढक़र सुनाया। यह भी पढ़े….खालिस्तान समर्थक अमृतपाल केस में 12 याचिकाएं हाईकोर्ट में दायर, 207 लोग

ख्य अतिथि राजेश जैन ने कहा कि वनवासियों का उत्थान भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंंकि उनके माध्यम से वन क्षेत्र बचा हुआ है एवं पर्यावरण संरक्षित है। वनवासियों के उत्थान के लिए ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग हमारे क्षेत्र से भिजवाकर उनको शिक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम अध्यक्ष शैलजा चितलांगिया ने कहा कि वनवासियों के क्षेत्र का दर्शन करना, उनका रहन-सहन, आचार-विचार सभी साक्षात प्रकृति का दर्शन होगा, क्योंकि वनवासियों ने अपने पुरुषार्थ से प्रकृति का संरक्षण किया है। कार्यक्रम के अंत में सफल आयोजन के लिए धर्मवीर डुडेजा ने सबका आभार व्यक्त किया। सफल मंच संचालन नगर अध्यक्ष विनय जिंदल ने किया। इस अवसर पर राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के राज्य उपाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्ता एडवोकेट, अमरचंद बोरड़ जिला संघ चालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रो. कैलाश भसीन राजस्थान कार्यकारी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक सं, निर्मल जैन चीफ वार्डन सिविल डिफैंस सहित सैंकड़ों की संख्या में गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे। इसके साथ-साथ भारी संख्या में मातृशक्ति भी उपस्थित थी।







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