श्रीगंगानगर, 27 मार्च। कॉटन कांपलेक्स स्पिनिंग मिल श्रमिक संघर्ष समिति (वंचित श्रमिक) के जिला अध्यक्ष मदनलाल भाटिया की अगुवाई में एक शिष्टमंडल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कांपलेक्स के वंचित श्रमिकों को सरकारी विभागों में समायोजित करने की मांग की। शिष्टमंडल में साबरमल अवतारसिंह, जयभगवान, हरीश कुमार, ललित, उपदेश सेन और सोहनलाल शामिल रहे।ज्ञापन में बताया गया है कि रीको उद्योग विहार में वर्षों पहले स्थापित कॉटन कांपलेक्स को 8 वर्ष बाद ही बंद कर दिया गया था।
राज्य सरकार के सहकारिता विभाग के इस उपक्रम के अधिकारियों व कर्मचारियों को अन्य विभागों में समायोजित कर दिया गया लेकिन 24 वर्ष बीतने के बाद भी 294 वंचित श्रमिकों का अभी तक समायोजन नहीं किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल के नाम दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि वंचित श्रमिक 24 वर्षों से भटक रहे हैं। उनको पिछला भुगतान भी नहीं किया गया है। पीएफ और अन्य भत्ते रुके पड़े हैं जबकि कॉटन कांपलेक्स की मशीनरी बेचने से सरकार को करोड़ों रुपए की राशि मिली थी।
संघर्ष समिति ने बताया कि लगभग 10 वर्ष पहले राज्य सरकार से समझौता वार्ता हुई थी, जिसमें सरकार ने सैद्धांतिक रूप से माना की वंचित श्रमिकों को समायोजित किया जाएगा। उनको सरकारी अस्पतालों में वार्ड ब्वॉय के पद पर लगाने की सहमति हुई थी। यह समझौता भी अभी तक लागू नहीं हुआ। संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल से गुहार लगाई है कि मानवीय आधार पर वंचित श्रमिकों को जल्द से जल्द अन्य विभागों में समायोजित कर उनको बकाया भुगतान दिया जाए।
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