यज्ञ का महत्व बताते हुए विक्रान्त शास्त्री ने बताया कि हमारे ऋषियों, महर्षियों ने प्रत्येक व्यक्ति को पंच-महायज्ञ करने का विधान बताया है, जिसमें ब्रह्मयज्ञ, देवयज्ञ, पितृयज्ञ (माता-पिता बुजुर्गों की सेवा सत्कार करना), बलिवैश्य यज्ञ व अतिथि यज्ञ ये पांचो यज्ञ प्रत्येक मनुष्यों को प्रतिदिन करने चाहिए। यज्ञ के पश्चात् यजमानों को आशीर्वाद देकर प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर यजमानों के उत्साह को देखते हुए प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को विनोबा बस्ती पार्क में यज्ञ करने की घोषणा की गई।
इस अवसर पर आर्य समाज प्रधान रतन भटनागर, मंत्री रवि वर्मा, कोषाध्यक्ष दीपक सेठी, स्त्री आर्य समाज प्रधाना श्रीमती पुष्पा कालड़ा, नगर परिषद पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. बबीता गौड़, धर्मेन्द्र भाटिया, देवेन्द्र सिंह, रवि चड्ढा, प्रभाती देवी, चंचल, स्त्री समाज की माताएं, आर्य समाज सदस्यों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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