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हिन्दी प्रचार समिति द्वारा विश्व पुस्तक दिवस पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई

श्रीगंगानगर, 23 अप्रैल 2024: राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, श्रीगंगानगर के सभागार में हिन्दी प्रचार समिति द्वारा विश्व पुस्तक दिवस पर अध्यक्ष जगीरचंद फरमा की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा विद्यार्थियों को रजिस्टर एवं पैन स्टेशनरी वितरित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एच.के. सिंह तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. ओ.पी. गोयल, डॉ. ओ.पी. वैश, अवतार सिंह मल्होत्रा, हरपाल सिंह व साहित्यकार मदन अरोड़ा थे।

सर्वप्रथम अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए। महासचिव मनीराम सेतिया ने बताया कि वक्ताओं ने विश्व पुस्तक दिवस पर सारगर्भित विचार व्यक्त किए। अशोक किंगर ने कहा कि पुस्तकें दर्पण की तरह होती हैं, जो मनुष्य का सर्वांगीण विकास करती है। मदन अरोड़ा ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त है, जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इंजी. बलजीत सिंह राणा ने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का सागर है, जो मनुष्य की सोच को विशाल करती है। मनीराम सेतिया ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य को अंत:करण को उज्ज्वल बनाती हैं तथा जीवन जीने की कला सिखाती है। हरपाल सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को सफलता हासिल करने के लिए पुस्तकालय व पुस्तकों से प्रेम करने तथा स्वाध्याय की आदत विकसित करनी चाहिए।  



डॉ. ओ.पी. गोयल ने कहा कि मोबाइल व टीवी से ध्यान हटाकर पुस्तकों के प्रति रुचि जागृत करने के लिए विश्व पुस्तक दिवस मनाया जाता है। डॉ. ओ.पी. वैश ने कहा कि पुस्तकें अथाह ज्ञान का सागर है। इनको पढऩे से ज्ञान प्राप्ति होती है। छात्र मुकेश कुमार ने कहा कि आजकल विद्यार्थी पुस्तकों से दूर हटते जा रहे हैं। पुस्तकों से लगाव पैदा कर पढऩे की आदत से जीवन का सर्वांगीण विकास होता है।

छात्रा सुमन ने कविता द्वारा पुस्तकों की महिमा का वर्णन किया। छात्रा हर्षिता ने विश्व पुस्तक दिवस पर सारगर्भित विचार रखे। अध्यक्ष जगीरचंद फरमा ने सफल आयोजन के लिए अतिथियों, हिंदी प्रचार समिति पदाधिकारियों व सदस्यों, राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय स्टाफ व विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया तथा विश्व पुस्तक दिवस व श्री हनुमान जन्मोत्सव पर सारगर्भित जानकारी देते हुए शुभकामनाएं दी। अवतार सिंह मल्होत्रा ने सर्वप्रथम सबका स्वागत-अभिनंदन किया। इस मौके पर विद्यार्थियों के हित में पुस्तकालय को ‘गोल्डी गोल्ड’ स्मारिका तथा ‘संस्कृति को रूपायित करते महत्वपूर्ण दिवस’ पुस्तकें भेंट की गई। इस अवसर पर सुशील जैन, मनदीप सिंह, बनवारीलाल वर्मा ‘बन्नी’ सहित हिन्दी प्रचार समिति सदस्य, पुस्तकालय पाठक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। सफल मंच संचालन मनीराम सेतिया ने किया।





महासचिव
हिन्दी प्रचार समिति, श्रीगंगानगर

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