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श्रीगंगानगर, विद्यारम्भ संस्कार कार्यक्रम का हुआ आयोजन - शिक्षा और संस्कार से ही मानव में अच्छे चरित्र का निर्माण सम्भव


श्रीगंगानगर, बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बृहस्पतिवार को विद्यारम्भ संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री आत्म वल्लभ जैन पब्लिक सी.सै. स्कूल में हुए इस कार्यक्रम के दौरान विद्यालय का सम्पूर्ण वातावरण विद्या के साथ-साथ आशीर्वाद और शिष्टाचार से भरा हुआ था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जैन शिक्षा न्यास के सचिव नरेश जैन, अध्यक्ष अमरचंद बोरड़, वरिष्ठ सदस्य शेरसिंह, मैनेजमेंट सदस्य जगदीश राजोतिया, समाजसेवी सोमेश शर्मा, अबेकस टीचर भूपेंद्र लावा सहित न्यास सदस्य तथा विद्यार्थियों के दादा-दादी व माता-पिता थे।

विद्यालय कॉर्डिनेटर मुकेश सेठी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत गुरु प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। तत्पश्चात् पंडित जगदीश जी (श्याम सत्संग वाले) द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ- हवन किया गया। इस मौके पर उन्होंने हवन विधि तथा हवन आहुति के महत्व की जानकारी दी। हवन कार्यक्रम लगभग 2 घंटे तक जारी रहा। यह शैक्षणिक कार्यक्रम शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक वातावरण से परिपूर्ण था। माँ सरस्वती को समर्पित इस विद्यारम्भ संस्कार कार्यक्रम, हवन विधि और मंत्रोच्चारण से विद्यालय का सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक हो उठा।

अतिथियों सहित विद्यालय में पधारे विद्यार्थियों के माता-पिता, दादा-दादी एवं विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत-अभिनंदन किया गया। विद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों ने इस आध्यात्मिक वातावरण का भरपूर आनंद प्राप्त किया। इसके साथ-साथ ज्ञान प्रभाकर आ.भ. श्रीमद् विजय जयानन्द सूरीश्वरजी महाराज साहेब के जन्मदिवस पर विद्यालय के समस्त सदस्यों ने गुरु महाराज को जन्मदिवस की बधाइयाँ दी।

वक्ताओं ने बच्चों को शिक्षा और संस्कार का महत्व बताते हुए कहा कि शिक्षा और संस्कार से ही मानव में अच्छे चरित्र का निर्माण किया जा सकता है। अच्छे चरित्र और संस्कार से भविष्य उज्जवल बनाने का मार्ग प्रशस्त होता है। इसलिए आज की नवीन शिक्षा नीति सम्पूर्ण संस्कारयुक्त होनी चाहिए। इसी बात का ध्यान रखते हुए जैन स्कूल द्वारा समय-समय पर संस्कार युक्त कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का समापन प्रभु आरती तथा महा आहुति के साथ किया गया। प्रिंसिपल श्रीमती ममता अरोड़ा जैन ने सबका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में सबको प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम समापन के पश्चात् सभी कक्षाएं यथाविधि जारी रही तथा बच्चों को कक्षा में ही खेल विधि द्वारा खुशहाल माहौल प्रदान किया गया। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ, छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।  

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