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वाल्मीकि अम्बेडकर आंदोलन अन्तर्गत आदि धर्म समाज द्वारा अम्बेडकर जयंती पर भजन संध्या का आयोजन - बाबा साहेब को पुष्पांजलि अर्पित की गई



श्रीगंगानगर : वाल्मीकि अम्बेडकर आंदोलन अन्तर्गत आदि धर्म समाज (आधस), श्रीगंगानगर द्वारा भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोहपूर्वक मनाते हुए भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यकर्ता अशोक सुमाली ने बताया कि बीएसएफ के समीप स्थित बालाजी एस्टेट में आयोजित कार्यक्रम में वाल्मीकि अम्बेडकर आंदोलन के राजस्थान प्रभारी वीर सत्यनारायण नागवंशी ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र के समक्ष ज्योत प्रचण्ड की तथा सृष्टिकर्ता भगवान वाल्मीकि के मूलमंत्र का गायन किया। इस मौके पर पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।

आधस भजन मण्डली के सुरीले गायक वीर विजय द्राविड़, वीर अशोक सुमाली, वीर राजीव अछूत तथा वीर मनीष दैत्य ने भजनों के माध्यम से बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा दलित समाज के सर्वांगीण उत्थान के लिए किए गए ऐतिहासिक कार्यों का बखान किया।  


कार्यक्रम अध्यक्ष वाल्मीकि अम्बेडकर आंदोलन के प्रदेशाध्यक्ष वीर सत्यनारायण नागवंशी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने दलित समाज ही नहीं अपितु सभी समाजों के उत्थान के लिए राष्ट्रहित में अपना समूचा जीवन न्योछावर कर दिया। हमें बाबा साहब की शिक्षा से प्रेरणा लेकर सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर पिछड़े, वंचित एवं दलित वर्ग के उत्थान के लिए काम करना चाहिए।

वीर सुनील दानव ने कहा कि बाबा साहब ने विषम परिस्थितियों में खुद को स्थापित किया तथा आज पूरा विश्व बाबा साहेब को नमन करता है। कार्यकर्ताओं ने ‘जय जय जय जय भीम’ तथा ‘बाबा साहेब अमर रहे’ के गगनभेदी नारों से सारा वातावरण गुंजायमान कर दिया।


इस अवसर पर प्रवीण कुमार, श्रीमती पूजा, सुनीता सारसर, स्नेहा, महक, कार्तिक, तमसा सारसर, मोनिका सारसर, गुन्नू, अभिषेक सारसर, पूजा द्राविड़, सुनीता गेचंड, तमसा द्राविड़, सुनीत सारसर सहित बड़ी संख्या में वाल्मीकि अम्बेडकर आंदोलन अन्तर्गत आदि धर्म समाज पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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