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Navratri Special : आज 9 अक्टूबर 2024 को अश्विनमाह,शुक्लपक्ष,बुधवार षष्ठी तिथि दोपहर 12:14 तक उसके उपरांत सप्तमी शुरू होगी देवी कालरात्रि जी की पूजा रहेगी

आज 9 अक्टूबर 2024 को अश्विनमाह,शुक्लपक्ष,बुधवार षष्ठी तिथि दोपहर 12:14 तक उसके उपरांत सप्तमी शुरू होगी देवी कालरात्रि जी की पूजा रहेगी आज नक्षत्र मूल केउपरांत पूर्वाषाढ़ा,सौभाग्य योग उसके बाद शोभन योग उसके बाद अतिगण्ड योग, करण तैतिल बाद गर के बाद वणिज अर्थात पहले गधे,हाथी के बाद गाय के स्वभाव की तरहआज दिनरात कास्वभाव रहेगा, ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:49 से 05:37 सूर्योदय प्रातः 6:25 सूर्यास्त साय 6:02 चन्द्रोदय दोपहर 12:00 चन्द्रास्त 10:35तक रहेगा,आजअभिजित मूहूर्त नही है राहुकाल 12:14 से 1:41 तक है, चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा, 

आज नवरात्रि के सातवें दिन शोभन योग का शुभ संयोग बन रहा है,ऐसे में देवी दुर्गा के सातवे स्वरूप देवी कालरात्रि जी की पूजा आराधना की जाएगी,मां कालरात्रि असुरी शक्तियों का विनाश करने वाली देवी मानी जाती है. मां काली की तरह ही देवी कालरात्रि ने दुष्टों और राक्षसों के दमन के लिए ही यह संहारक अवतार लिया था शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा के महासप्तमी तिथि पर  देवी कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाना चाहिए, इससे वह जल्द प्रसन्न होती है देवी काल रात्रि को कुमकुम का तिलक लगाकर ,लाल मौली, गुड़हल का फूल चढ़ाना चाइये,मां कालरात्रि की पूजा में नीले रंग के वस्त्र पहनना चाहिए,इनकी पूजा करने पर भक्तों की काल से रक्षा होती है. अकाल मृत्यु के भय नहीं रहता है,अचानक से रुके धन की प्राप्ति होगी और भाग्‍य में वृद्धि होती है,सफल होती है आर्थिक पक्ष मजबूत होता है 


डा ब्रह्म भाटिया, हस्तरेखा एस्ट्रो विशेषज्ञ,9414220573

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